ऐसे करे पटवारी परीक्षा की तैयारी

मध्यप्रदेश पटवारी चयन परीक्षा में सामान्य ज्ञान एक महत्वपूर्ण खंड है। सामान्य ज्ञान में इस बात की जाँच की जाती हैै कि परीक्षाथीर् में सामान्य ज्ञान का स्तर कितना हैै। समाज, देश और विश्व से जुड़ी प्रमुख घटनाओं के प्रति परीक्षाथीर् की जागरूकता का पता इसी परीक्षा से लगाया जाता हैै। सामान्य ज्ञान में प्राय: सामान्य ज्ञान के प्रश्नों के साथ पिछले कुछ समय में हुई घटनाओं पर भी प्रश्न पूछे जाते हैैं। इसके लिए यह बहुत जरूरी हैै कि पूरे नवीनतम घटनाक्रम पर नजर रखी जाए। इस भाग की तैयारी के लिए राष्ट्रीय स्तर के समाचार पत्र, रोजगार और निर्माण में दिया जा रहा इस हफ्ते का खबरनामा तथा सम-सामयिकी, प्रतियोगी परीक्षाओं की मध्यप्रदेश सामान्य ज्ञान केंद्रित मासिक पत्रिका प्रतियोगिता निर्देशिका, कॉम्पीटिशन सक्सेस रिव्यू, सामान्य ज्ञान दर्पण तथा एनसीईआरटी की 11वीं एवं 12वीं की पुस्तकें बहुत उपयोगी अध्ययन संदर्भ हैं।

सामान्य ज्ञान में इतिहास, भूगोल, राजव्यवस्था, विज्ञान, खेलकूद, अर्थशास्त्र आदि से संबंधित प्रश्न पूछे जाते हैं। इतिहास को तीन भागों यथा प्राचीन भारत, मध्यकालीन भारत तथा आधुनिक भारत में विभाजित किया जा सकता है। प्राचीन भारतीय इतिहास को तीन कालावधियों में बाँटा जाता है- प्रागैतिहासिक काल, ऐतिहासिक काल एवं आद्य ऐतिहासिक काल से प्रश्न प्राय: महत्वपूर्ण पुरातात्विक स्थलों व वहाँ प्राप्त वस्तुओं पर आधारित होते हैं। ऐतिहासिक काल में मुख्यत: सामाजिक, सांस्कृतिक पहलू पर ध्यान देना चाहिए। इसमें भी विशेष रूप से सामाजिक परिवर्तन, शिक्षा केे स्रोत, कला एवं स्थापत्य तथा धामिर्क जीवन का विकास एवं इस अवधि के राजनीतिक इतिहास का भी अध्ययन करना चाहिए। मध्यकालीन भाग से इतिहास के साथ-साथ संस्कृति से भी अधिक प्रश्न पूछे जाते हैैं। इस काल के साहित्य, चित्रकला तथा स्थापत्य शैली तथा तकनीकी उपलब्धि की विस्तृत सूची बनाकर अध्ययन करना चाहिए। इतिहास खंड में आधुनिक इतिहास सबसे महत्वपूर्ण तथा सर्वाधिक अंकदायी भाग हैै, अत: इस पर विशेष ध्यान केंद्रित करना चाहिए। स्वतंत्रता संग्राम की महत्वपूर्ण घटनाओं का अध्ययन भी बेहद जरूरी हैै।

सामान्य ज्ञान के तहत विज्ञान की तैयारी के लिये आप जीव विज्ञान के अंतर्गत कोशिका, वनस्पति क्रिया विज्ञान, परिसंचरण तंत्र, श्वसन तंत्र, उत्सर्जन तंत्र तंत्रिका तंत्र, अंत:स्त्रावी तंत्र, आनुवांशिकी, पोषण, स्वास्थ्य तथा रोग आदि से जुड़े महत्वपूर्ण प्रश्नों को तैयार करें। भौतिकी में प्रयुक्त होने वाले विभिन्न सूत्रों को कंठस्थ कर लें। मापन, गति एवं बल, कार्य, ऊर्जा एवं शक्ति, ध्वनि, प्रकाश, विद्युत ऊर्जा आदि से संबंधित सूत्रों एवं अवधारणाओं को याद कर लें। इसी प्रकार रसायन शास्त्र के तहत द्रव्य की प्रकृति, बंध, रासायनिक अभिक्रियाएँ, आवर्त सारणी, कार्बनिक रसायन पर विशेष ध्यान दें।

राजव्यवस्था से जुड़े सामान्य ज्ञान के प्रश्नों की तैयारी में संविधान संशोधन के महत्वपूर्ण तथ्यों एवं उच्चतम न्यायालय द्वारा दिए महत्वपूर्ण निर्णयों का अध्ययन लाभप्रद होता हैै। परीक्षा की दृष्टि से भारतीय राजव्यवस्था को दो भागों में बाँट सकते हैं। संवैधानिक पक्ष एवं राजव्यवस्था से संबंधित सामयिक विकास। संवैधानिक पक्ष को पुन: दो भागों में बाँटा जा सकता हैै यथा भारतीय संविधान, संसदीय कार्यवाही एवं प्राविधिकता। राजव्यवस्था के अंतर्गत राज्य के नीति निदेशक तत्व, मूल कर्तव्य, कार्यपालिका, बजट, न्यायपालिका, केंद्र-राज्य संबंध, चुनाव, आपातकालीन प्रावधान और संविधान संशोधन सम्मिलित हैं। इन पर विशेष ध्यान देना चाहिए।

सामान्य ज्ञान में अर्थव्यवस्था खंड की तैयारी के लिये भारतीय एवं विश्व अर्थव्यवस्था मंे हुुई पहल तथा विकास का समीक्षात्मक विश्लेषण करना चाहिए। इसके अंतर्गत अर्थव्यवस्था की प्रकृति, पूँजी निर्माण, राष्ट्रीय आय, आय वितरण, भारत में नियोजन, संरचनात्मक सुधार, खाद्य सुरक्षा, सार्वजनिक वितरण प्रणाली, औद्योगिक नीति, औद्योगिक रुग्णता, मुद्रास्फीति, भुगतान संतुलन, बैंकिंग प्रणाली तथा राजकोषीय ढाँचे के अध्ययन पर विशेष ध्यान देना चाहिए। इस खंड के लिये दत्त एवं सुंदरम की भारतीय अर्थव्यवस्था एक उपयोगी पुस्तक हैै।

सामान्य ज्ञान में भूगोल खंड में अधिकांश प्रश्न भारत के भूगोल से संबंधित होते हैैं। इनमें भूकंप के बुनियादी लक्षण, भारत के जलवायु क्षेत्र, बंदरगाह, ज्वार-भाटा, नदियाँ, बहुउद्देश्यीय परियोजनाएँ, सिंचाई, फसलें आदि मुख्य होते हैैं। भूगोल की तैयारी के संबंध में एक विशेष बात हैै मानचित्र की जानकारी। मोटे तौर पर परीक्षाथिर्यों को मानचित्र पर विभिन्न महत्वपूर्ण स्थानों, पर्वतों, नदियों, झीलों की स्थिति के बारेे में जानकारी होनी चाहिए। भूगोल की तैयारी के लिये सी.बी. मामोरिया की पुस्तक बहुत लाभप्रद है।

चूँकि पटवारी चयन परीक्षा इस बार ऑनलाइन आयोजित हो रही है इसलिए कम्प्युटर चलाने में आपको विशेष दक्षता होनी चाहिए। इसके अलावा कम्प्यूटर से जुड़े अनेक प्रश्न इस परीक्षा में पूछे जाएँगे। अत: इस खंड पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। सूचना प्रौद्योगिकी से संबंधित विभिन्न शब्दों का अर्थ तथा कम्प्यूटर के विभिन्न भागों के कायोर्ं, हार्डवेयर एवं सॉफ्टवेयर की जानकारी भी बेहद जरूरी है। आपको शॉर्टकट कीज तथा कम्प्यूटर से जुड़े बारीक से बारीक पुजोर्ं के कामकाज की जानकारी भी होनी चाहिए। इस भाग की तैयारी के लिये बेसिक कम्प्यूटर की किताबों का सहारा लेना उपयुक्त होगा।

पटवारी चयन परीक्षा में हिन्दी के प्रश्न भी पूछे जाएँगे इसलिए इस खंड का महत्व भी कम नहीं है। हिन्दी भाषा के खंड का उद्देश्य भाषा ज्ञान की परीक्षा करना हैै। व्याकरण, शब्दावली, वाक्य पूर्ण करना, समानाथीर्, विरुद्धाथीर्, अनुच्छेद की समझ आदि संबंधी प्रश्नों से हिन्दी भाषा संबंधी ज्ञान की परीक्षा की जाती हैै। हिन्दी भाषा खंड के लिये डॉ. शिवशंकर पांडे की सामान्य हिन्दी का परिचय उपयोगी पुस्तक है।

पटवारी चयन परीक्षा की तैयारी के लिये सामान्य गणित एवं सामान्य अभिरुचि खंड पर विशेष ध्यान देने की जरूरत हैै। इन खंडों में संख्यात्मक गणनाओं, ताकिर्क शक्ति आदि के प्रश्नों में गति एवं शुद्धता अति आवश्यक हैै इसलिए इस प्रकार के मॉडल प्रश्नों का बारम्बार अभ्यास करें। अभ्यास से ही आत्मविश्वास आता हैै। एम. टायरा तथा गुहा तथा एम.के. पांडे द्वारा लिखी पुस्तकें इस खंड के लिये उपयोगी अध्ययन संदर्भ हैं। परीक्षा में प्रश्नपत्र हल करने के दौरान गणित एवं सामान्य अभिरुचि का जो प्रश्न कठिन लगता हैै उसे छोड़कर अगला प्रश्न हल करना चाहिए। क्योंकि बीच-बीच में कुछ प्रश्न ऐसे दिए जाते हैैं जिससे परीक्षाथीर् हल करते समय दुविधापूर्ण स्थिति में आ जाए। उल्लेखनीय हैै कि प्रथम प्रयास में ही शीघ्रतापूर्वक बिना त्रुटि के जोड़-गुणा-भाग करने की दक्षता आदि में समर्थ रहने वालों को पहचान लेने के लिए थोड़ेे कठिन प्रश्नों का भी चयन किया जाता हैै। इसके अलावा पंचायती राज, ग्रामीण अर्थव्यवस्था एवं सामाजिक व्यवस्था से जुड़े प्रश्नों को भी अच्छे से तैयार करें। पंचायती राज से जुड़े प्रश्नों की तैयारी के लिये पंचायिका पत्रिका उपयोगी अध्ययन संदर्भ है।
शुभ कामनाएं।

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